अमेरिकी अंतरिक्ष संगठन नासा और जापानी अर्थव्यवस्था, वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय ने मिलकर पृथ्वी की सतह का अब तक का सबसे संपूर्ण और विहंगम नक्शा तैयार किया है। अपनी तरह के इस पहले डिजीटल टोपोग्राफिक नक्शे के डेटा में क़रीब 13 लाख छवियां हैं, जिनमें अमेरिका की मौत की घाटी से लेकर हिमालय की अथाह ऊंचाइयों तक धरती के करीब सभी दुर्गम कोने शामिल हैं।
धरती की लगभग यह संपूर्ण तस्वीर अमेरिका के टेरा (Terra) नामक उपग्रह से जापान के एस्टर (ASTER - Advanced Spaceborne Thermal Emission and Reflection Radiometer) नामक शक्तिशाली डिजीटल कैमरा से उतारी गयी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस अभूतपूर्व नक्शे में पृथ्वी की 99 फीसदी सतह कवर हो गयी है। इसे नाम दिया गया है ग्लोबल डिजीटल इलिवेशन मैप (Global Digital Elevation Map)। यह नक्शा प्रकाशित कर दिया गया है और कोई भी इसे डाउनलोड या इस्तेमाल कर सकता है।
एस्टर परियोजना से जुड़े नासा के वैज्ञानिक वुडी टर्नर कहते हैं – ‘’यह दुनिया में उपलब्ध अब तक का सबसे संपूर्ण व सुसंगत ग्लोबल डिजीटल इलेवेशन डेटा है। आंकड़ों का यह अनूठा भूमंडलीय संग्रह उन उपयोगकर्ताओं व अनुसंधानकर्ताओं के लिए काफी काम का होगा जिन्हें धरती के सतह व उठाव संबंधी जानकारियों की जरूरत होती है। परियोजना से जुड़े वैज्ञानिक माइक अब्राम्स के मुताबिक यह डेटा इंजीनियरिंग, ऊर्जा-दोहन, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, पर्यावरणीय प्रबंधन, लोक निर्माण उद्यमों, अग्निशमन, भूगर्भ विज्ञान, मनोरंजन और शहर नियोजन जैसे क्षेत्रों में अपनी बेमिसाल भूमिका निभा सकता है।
इससे पहले इस तरह का सबसे संपूर्ण टोपोग्राफिक डेटा नासा के शटल रडार टोपोग्राफी मिशन का था, जिसने पृथ्वी के 80 फ़ीसदी भूभाग का मानचित्र उतारा था। यदि आप इस संबंध में ज्यादा जानकारी के इच्छुक हैं तो निम्नलिखित कडि़यों का अवलोकन कर सकते हैं :
NASA, Japan Release Most Complete Topographic Map of Earth
ASTER Global Digital Elevation Map Announcement
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दिलचस्प खबर है...वाकई हम जैसो के लिए अजूबा है....पर इंसान जो दोहन कर रहा है पृथ्वी का..क्या आने वाले कुछ सालो में प्रथ्वी अपना तापमान नहीं बदलेगी ?रहने लायक रहेगी ?
ReplyDeleteबहुत काम की जानकारी दी आपने. आभार आपका.
ReplyDeleteरामराम.
महत्वपूर्ण जानकारी. खेती किसानी वाला आदमी इतने अधिक तकनीकी ज्ञान लिए हुए है. आभार. शुभकामनायें
ReplyDeleteअच्छा और आनंददायक समाचार!
ReplyDeleteबहुत सुंदर जानकारी दी आप ने.
ReplyDeleteधन्यवाद
महत्वपूर्ण जानकारी
ReplyDeleteदिलचस्प खबर
ReplyDeleteइस नई ईजाद से इस धरती के सारे मानव समाज का भला हो यही कामना है
ReplyDelete- लावण्या
आपके ब्लॉग का वैज्ञानिक रूप ज्यादा आकर्षक लग रहा है।
ReplyDelete-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
अशोक, तब तो ये वनस्पति-जीवों के रेट-आफ नार्थवर्ड शिफ्ट को भी आंक सकते हैं। ग्रीन हाउस प्रकोप से ऐसा हो रहा है शायद।
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