स्वाद वाली चीजों से सड़कों पर दौड़नेवाला वाहन तैयार किया जाए, यह सुनने में विचित्र लगता है। शायद इसीलिए आलू-गाजर से रेस कार बनाए जाने की खबर देखकर पहली बात जो मेरे मन में आयी वह यह कि यह कार है या स्वादिष्ट भोजन। लेकिन बात इतनी ही नहीं है। यह खबर हमें टिकाऊ विकास (sustainable development) के पर्यावरण-अनुकूल उपायों के प्रति आशावान बनाती है।
इंग्लैण्ड की वारविक युनिवर्सिटी की वर्ल्डफर्स्ट टीम ने एक ऐसी ही ईको-फ्रेंडली रेस कार तैयार की है, जो चॉकलेट और वेजिटेबल ऑयल से चलेगी। दुनिया की इस पहली वेजिटेबल कार का नाम ईको एफ 3 (ecoF3) रखा गया है। इसका स्टियरिंग व्हील गाजर से बना है, जबकि बॉडी आलू की है। सीट सोयाबीन से बनी है। इंजन भी बायोडीजल है। फलों, साग-सब्जियों व पौधों से निकाले गए वेजिटेबल फाइबर को रेजिन के साथ मिलाकर इस कार के अनेक पार्ट-पुर्जे बनाए गए हैं। जबकि चॉकलेट और अन्य पौधा आधारित चीजों से निकाले गए तेल को रिफाइन कर ईंधन और लुब्रिकेन्ट तैयार किए गए हैं। यह कार 140-45 मील प्रति घंटे की रफ्तार तक चल सकती है।
इस कार को मई में लांच किए जाने की योजना है। वर्ल्डफर्स्ट टीम चाहती है कि कार दौड़ का आयोजन करनेवाले अपने नियमों में संशोधन करें और अगले सत्र से गैरपरंपरागत नवीकरण योग्य ईंधन से चलनेवाली उनकी इस कार को रेस में शामिल कर लें।
वर्तमान में यह फार्मूला 3 कार, रेस के लिए वैध नहीं है क्योंकि चॉकलेट आधारित ईंधन उनकी स्वीकृत ईंधन सूची में शामिल नहीं है। जबकि वर्ल्डफस्ट टीम यह साबित करना चाहती है कि ईको-फ्रेंडली कार का मतलब धीमी रफ्तार वाली उबाऊ कार नहीं है। उसके प्रवक्ता का कहना है, ‘हमें उम्मीद है कि भविष्य में फार्मूला वन कारों में नई सामग्री का उपयोग किया जाएगा।‘
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
-
प्रा चीन यूनान के शासक सिकंदर (Alexander) को विश्व विजेता कहा जाता है। लेकिन क्या आप सिकंदर के गुरु को जानते हैं? सिकंदर के गुरु अरस्तु (Ari...
-
भाषा का न सांप्रदायिक आधार होता है, न ही वह शास्त्रीयता के बंधन को मानती है। अपने इस सहज रूप में उसकी संप्रेषणयीता और सौन्दर्य को देखना हो...
-
हमारे गांवों में एक कहावत है, 'जिसकी खेती, उसकी मति।' हालांकि हमारे कृषि वैज्ञानिक व पदाधिकारी शायद ऐसा नहीं सोचते। किसान कोई गलत कृ...
-
आज पहली बार हमारे गांव के मैनेजर बाबू को यह दुनिया अच्छे लोगों और अच्छाइयों से भरी-पूरी लग रही है। जिन पढ़े-लिखे शहरी लोगों को वे जेठ की द...
-
आज के समय में टीवी व रेडियो पर मौसम संबंधी जानकारी मिल जाती है। लेकिन सदियों पहले न टीवी-रेडियो थे, न सरकारी मौसम विभाग। ऐसे समय में महान कि...
This comment has been removed by a blog administrator.
ReplyDeleteअशोक भाई ,
ReplyDeleteये ऊपरवाली टीप्पणी हटा लेँ
महज विज्ञापन है !
आपकी पोस्ट और ये कार पसँद आये -
१० दिन हुए आपके पते पर
दूसरा खत कुछ बीज के पेकेट के साथ भेजा है मैँने ..
पता नहीँ आप तक पहुँचा भी है या नहीँ ? :-(
- लावण्या
आपकी कार पसंद आई।
ReplyDeleteलावण्या दी, धन्यवाद।
ReplyDeleteटिप्पणी कैसे हटायी जाती है, कोई बताए तो आभारी रहूंगा। कभी जरूरत नहीं पड़ी थी, इसलिए जान नहीं पाया।
भाई अनिल पुसदकर जी, कार मेरी नहीं है :)
ReplyDeleteवाह !यह भी बहुत रोचक खबर है..ऐसी कार आ जायेगी तो यह तुलना होगी कि किसकी कार ज्यादा स्वादिष्ट है?
ReplyDeleteचॉकलेट...गाजर....!
[अशोक जी ,लावण्य दी तो शायद offline हैं.टिपण्णी हटाने के लिए हर टिप्पणी के साइड में एक डिलीट का साइन होता है trash bin की तरह ---उस पर क्लिक करें..टिप्पणी डिलीट हो जायेगी.]
vegetable कार के बारे में जान कर प्रसन्नता हुई. आपका आभार.
ReplyDeleteवाह जी इंतजार रहेगा इस कार का.
ReplyDeleteरामराम.
टिपणि हटाने का उपाय आपको उपर सु.अल्पनाजी ने बता दिया है.
ये हुई न बात. ! खबर तो कमाल की है पर असर लाये तो कुछ बात है
ReplyDeleteस्वादिष्ट लगी यह रोचक कार की खबर :)
ReplyDeleteअरे इन सब से गाडी चलाने लगेंगे तो खाएँगे क्या ? :-)
ReplyDeleteवेजिटेबल ऑयल से चलने वाले वाहनों के खिलाफ एक पूरी जमात है जिसमें कार निर्माता और तेल माफिया भी शामिल हैं.
ReplyDeleteईको फ्रेन्डली कार!! रोचक जानकारी!!
ReplyDeleteअल्पना जी, उपाय बताने के लिए धन्यवाद। आपको यह बात याद नहीं होगी लेकिन वर्ड वेरीफिकेशन हटाना भी मैंने आपसे ही सीखा था, यहां देखिए http://khetibaari.blogspot.com/2008/05/blog-post_25.html :)
ReplyDeleteटिप्पणी हटाने में एक बात और जोड़ दूँ अगर आप चाहते हैं टिप्पणी पब्लिश न हो और डिलीट भी हो जाये ,तो मोडेरेसन पेज में टिप्पणी सेलेक्ट कर के रिजेक्ट कर सकतें हैं ..मोडेरेसन लगा है तब ..
ReplyDeleteरोचक जानकारी थी धन्यवाद
शुक्रिया, लवली जी।
ReplyDeleteवाह, क्या बात है।
ReplyDelete----------
सावधान हो जाइये
कार्ल फ्रेडरिक गॉस